सरकारी खाद्यान्न डीलर लेने से किया इंकार, ग्रमीणों किया प्रदर्शन||
अररिया। गरीबों के खाद्यान्न की हकमारी हमेशा से सुर्खियों में रहा है। कुछ पर कार्रवाई
अररिया। गरीबों के खाद्यान्न की हकमारी हमेशा से सुर्खियों में रहा है। कुछ पर कार्रवाई भी हुई है, बावजूद कुछ भ्रष्ट अधिकारी व डीलरों पर असर नहीं पड़ा है। ऐसा ही एक मामला रविवार को रानीगंज प्रखंड के परमानंदपुर पंचायत में सामने आया है। शनिवार को दिन से रात तक ट्रैक्टर पर लोड सरकारी अनाज एक डीलर से दूसरे डीलर के यहां घूमता रहा। परंतु किसी ने खाद्यान्न नहीं लिए। रविवार को ट्रेक्टर पर लोड सरकारी अनाज देखकर ग्रामीणों ने कालाबाजारी की आशंका जताते हुए अपने कब्जे में लेकर प्रदर्शन किया। सूचना मिलने पर एमओ प्रमोद दास व रानीगंज पुलिस मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, परंतु ग्रामीण नहीं माने। समाचार लिखे जाने तक ट्रेक्टर सहित खाद्यान्न ग्रामीणों के कब्जे में था। इस दौरान विभागीय अधिकारी को ग्रामीणों के आक्रोश भी झेलना पड़ा। क्या है मामाला जानकारी के अनुसार परमांनदपुर पंचायत के पैक्स डीलर कमलानंद झा के विरुद्ध ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाते हुए विभागीय अधिकारी को आवेदन दिया था। इसके बाद कमलानंद झा ने बीमारी की बात कहकर छुट्टी ले लिया है। विभाग ने पैक्स डीलर कमलानंद झा का खाद्यान्न व कैरोसीन पास के डीलर गंगानंद झा को टैग करने का आदेश दिया। शनिवार को एसएफसी गोदाम से खाद्यान्न लोड ट्रेक्टर चालक धीरेंद्र यादव, सुबोध यादव टेग डीलर गंगानंद झा के घर पहुंचे, लेकिन उन्होंने खाद्यान्न लेने से इंकार कर गया। इसके बाद चालक ने विभागीय कर्मीको इसकी जानकारी दी। मौखिक आदेश मिलने पर चालक दूसरे डीलर विक्रम झा के यहां पहुंचे। यहां भी इस डीलर ने खाद्यान्न उतरवाने से इंकार कर गए। रात भर अनाज लदा ट्रैक्टर गांव में कौतूहल विष्य बना रहा। ट्रेक्टर पर 170 बोरी खाद्यान्न लोड है। इसमें 68 बोरी गेंहू और 102 बोरी चावल है। रविवार की सुबह ग्रामीणों ने सरकारी अनाज लोड ट्रैक्टर देखकर अपने कब्जे में लिया। ग्रामीणों का आरोप
प्रदर्शनकारियों की शिकायत थी कि उसे पिछले चार माह से आरोपित जन वितरण दुकानदारों द्वारा खाद्यान्न वितरण नहीं किया गया है। वे बरामद ट्रेक्टर के साथ प्रदर्शन करने लगे। रविवार को एमओ प्रमोद कुमार सिंह व रानीगंज थाना के एएसआई भोला प्रसाद पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। जनप्रतिनिधि के सहयोग से अधिकारियों ने लाभुकों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन लाभुकों ने अपने मांगो पर अड़े रहे। उनकी मांगें थी कि पिछले चार माह का बकाया खाद्यान्न एक मुश्त वितरण किया जाए। कहा कि जबतक खाद्यान्न का वितरण नहीं होगा ट्रैक्टर नहीं छोड़ेंगे। इस दौरान महिला लाभुकों ने एमओ के साथ अभद्र व्यवहार करने की कोशिश भी की। प्रदर्शनकारी उमेश मंडल, अर्जुन मंडल, भुटाय यादव, योगानंद मंडल, दौलती देवी, दर्पण देवी व हीरा आदि का कहना था कि कई बार डीलर कमलानंद झा के विरुद्ध विभागीय अधिकारी से शिकायत की गई परंतु कमीशनखोरी के चलते आरोपित के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हुई। इधर पंचायत के मुखिया अरशद ने कहा कि जनवितरण व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गयी है। लाभुकों की मांगे जायज है। गरीबों के साथ हकमारी हो रही है। उन्होंने वरीय अधिकारी से जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की। जबकी एमओ प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि ग्रामीणों की शिकायत की जांच की जाएगी। डीलर खाद्यान्न लेने से क्यों इंकार कर गए। पुरी प्रकरण के जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
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